Wednesday 5 February 2014

भारत के रत्न

एक प्रयास ---------भारत में रत्नों की कमी नहीं ........
...........बिखरे हैं भारत में भारत के रत्न ....... 
....गुड्डी के लाल करते रहे कमाल , किसी ने पूछा कोई भी हाल -चाल 
.....दूसरे देशों से भी ढूढ़ निकाले , लेकिन अपने कई आज तक दिखाई नहीं दिए ..
क्या कहें इस सोयी स्वार्थी सरकार को ........!!!!
...............भूले-बिसरों को भी याद कर लेना चाहिए 

हमारे मेजर ध्यान चन्द्र जी आज तक देश का सर्वोच्च औपचारिक सम्मान नहीं ले पाए हैं
यूँ देश के नागरिकों के दिल में हमेशा विराजमान हैं , देश के लिए एक रत्न ही हैं वो
लेकिन सरकार ....????
.........सुना आज़ाद भारत के प्रथम शिक्षा मंत्री श्री मौलाना अबुल कलाम आज़ाद ने 
भारत रत्न लेने से भी मना कर दिया था ..............!!!
.........सचिन को मिला कोई गिला नहीं .....
लेकिन यदि वरिष्टता के आधार पर मिलता तो ब्बहुत अच्छा रहता
सचिन के लिए नियम बदल सकते हैं तो दद्दा के लिए क्यों नहीं ..??

उन्हें (मेजर ध्यान चन्द्र ) तो अब तक मिल जाना चाहिए था वरना इस बार दद्दा को देते और अगले साल सचिन को !!
ध्यान चन्द्र जी का योगदान कम आंका गया दुःख है इस बात का .......:(

......चलो जो है बढ़िया है ...........
.............भारत रत्‍न सचिन को हार्दिक बधाई .....
...................और इस सरकार को क्या कहे...???..............




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